चित्रगुप्त (संगीतकार)
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चित्रगुप्त श्रीवास्तव भारतीय फिल्म संगीतकार थे। चित्रगुप्त नाम से अधिक प्रसिद्ध 1950 और 1960 की दशक की हिन्दी फ़िल्मों के लिये उन्हें जाना जाता हैं। उन्होने कई भोजपुरी फ़िल्मों के लिये भी संगीत दिया है।[1] उनके पुत्र आनंद श्रीवास्तव व मिलिंद श्रीवास्तव की आनंद-मिलिंद के रूप में मशहूर संगीतकार जोड़ी रही है।[2]
करियर
[संपादित करें]उन्होंने ज्यादातर मुख्यधारा से बाहर रही "बी"- "सी" ग्रेड की फ़िल्मों में संगीत दिया था। लता मंगेश्कर के शुरुआती करियर में उनका महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है।[3] प्रेम धवन के साथ उन्होंने कई बार काम किया और उनके गीतों को संगीतबद्ध किया।[4]
फ़िल्में
[संपादित करें]कुछ फ़िल्मों जिसमें उन्होंने संगीत दिया।[5]
- 'तूफ़ान क्वीन', '
- 'इलेवन ओ क्लॉक',
- 'भक्त पुंडलिक',
- 'नीलमणि',
- 'साक्षी गोपाल',
- 'कल हमारा है',
- 'नाचे नागिन बाजे बीन',
- 'पुलिस डिटेक्टिव',
- 'चाँद मेरे आ जा',
- 'अपलम चपलम',
- 'सुहाग सिन्दूर',
- 'ज़बक',
- 'रामू दादा',
- 'रोड',
- 'बैंड मास्टर'
- 'सैमसन'
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "भोजपुरी फिल्मों के सदाबहार गाने, सुनने के बाद गुनगुनाए बिना नहीं रह सकेंगे आप". India.com (अंग्रेज़ी में). 19 अप्रैल 2018. अभिगमन तिथि 25 मई 2018.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "संगीतकार जोड़ी आनंद-मिलिंद की वापसी". Dainik Jagran (25 अप्रैल 2012). अभिगमन तिथि 25 मई 2018.
- ↑ "लता मंगेशकर के भोजपुरी गानों का सफर आज भी है जारी". Dainik Jagran. 28 सितम्बर 2016. मूल से 6 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 मई 2018.
- ↑ राग, पंकज (2006). धुनों की यात्रा. नई दिल्ली: राजकमल प्रकाशन. पृ॰ 610. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788126711697. अभिगमन तिथि 25 मई 2018.
- ↑ मिश्र, यतींद्र (2 जुलाई 2017). "जिनके बिना लता की संगीत यात्रा अधूरी है". बीबीसी हिन्दी. मूल से 19 दिसंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 25 मई 2018.