Vande Bharat Express: प्रधानमंत्री दिखा सकते हैं रीवा से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी, यात्रा के लिए बच्चों का हो रहा चयन
रीवा से वंदे भारत को लेकर डीआरएम ने भी किया निरीक्षण, प्रधानमंत्री के आने की तैयारी में जोरशोर से जुटा रेलवे
By Jitendra Richhariya
Edited By: Jitendra Richhariya
Publish Date: Sun, 16 Apr 2023 03:56:50 PM (IST)
Updated Date: Sun, 16 Apr 2023 03:56:50 PM (IST)
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। जबलपुर रेल मंडल द्वारा शुरू की जा रही वंदे भारत ट्रेन का शुभारंभ प्रधानमंत्री के द्वारा होना लगभग सुनिश्चित देखा जा रहा है। 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री के रीवा आगमन की तैयारी और रीवा से भोपाल चलने वाली वंदे भारत की घोषणा को लेकर अब डीआरआम की टीम द्वारा रीवा पहुंचकर सभी व्यवस्थाओं का जाएजा लिया गया है। डीआरएम विवेक शील ने रेलवे परिसर के अंदर और बाहर, मेडिकल टीम की उपलब्धता आदि की जानकारी ली तो वहीं खाली पड़ी भूमि पर अतिरक्त रास्ता बनाने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही इस ट्रेन में स्कूल के बच्चों को पहली यात्रा का लाभ दिए जाने की तैयारी है। रेलवे से जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है उसके अऩुसार यह ट्रेन रीवा से जबलपुर होते हुए भोपाल के बीच चलाई जा सकती है।
जबलपुर शिक्षा विभाग के पास पहुंचा पत्रः
जानकारी अनुसार शिक्षा विभाग के पास भी प्रतियोगिता कराने पत्र पहुंचा है। जानकारी अनुसार इस संबंध में शिक्षा विभाग के पास जो पत्र पहुंचा है उसमें छात्रों के चयन प्रतियोगिता के माध्यम से करने कहा गया है। वंदे भारत ट्रेन में सबसे पहले यात्रा करने के लिए छात्र-छात्राओं के साथ किसी प्रकार का भेदभाव न हो इसके लिए कक्षा 8 से 12 वीं तक पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के बीच निबंध व पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें सफल होने वाले छात्र-छात्राओं यात्रा करने का मौका मिलेगा।
प्रतियोगिता पास कर वंदे भारत में सफर करेंगे बच्चेः
विद्यार्थियों को वंदे भारत ट्रेन, आजादी का अमृत महोत्सव, स्वच्छ भारत, एक भारत श्रेष्ठ भारत, जबलपुर एक श्रेष्ठ पर्यटन स्थल विषयों पर निबंध और पेटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस प्रतियोगिता को पास करने वाले बच्चों को पहली बार वंदे भारत ट्रेन में यात्रा करने का मौका मिलेगा। चर्चा है कि इस ट्रेन को प्रधानमंत्री हरी झंडी दिखाएंगे। इस मामले में जबलपुर जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने कहा कि उनके पास पत्र आया है। स्कूल प्राचार्यों को प्रतियोगिता का आयोजन कराने के निर्देशित किया गया है।