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जीवन

विक्षनरी से

किसी भी प्राणी के जन्म और मृत्यु के बीच का समय उसका जीवन होता है

पर्यायवाची

अनुवाद

प्रकाशितकोशों से अर्थ

शब्दसागर

जीवन संज्ञा पुं॰ [सं॰] [वि॰ जीवित]

१. जीवीत रहने की अवस्था । जन्म और मृत्यु के बीच का काल । वह दशा दिसमें प्राणी आपनी इंद्रियों द्वारा चेतन व्यापार करते हैं । जिंदगी । जैसे,— अपने जीवन में ऐसी घटना मैंने कभी नहीं थी यौ॰— जीवनचरित् । जीवनचर्या । मुहा॰—जीवन भरना = जीवन ब्यतीत करना । जिंदगी के दिन काटना ।

२. जीवित रहने का भाव । जीने का व्यापार या भाव । प्राण- धारण । जैसे,— अन्न से ही तो मनुष्य का जीवन है । यौ॰— जीवनदाता । जीवनधन । जीवनमूरि ।

३. जीवित रखनेवाली वस्तु जिसके कारण कोई जाता रहै । प्राण का अवलंब । जैसे,— जल ही मनुष्य का जीवन है ।

४. प्राणधार । परमप्रिय । प्यारा ।

५. जल । पानी । उ॰— जगत जीवन हेतु जीवन (जल) बिंदु की वर्षा होती ।— प्रेमघन॰, भा॰२, पृ॰ ३३४ ।

७. मज्जा ।

८. वात । वायु ।

९. ताजा घी या मक्खन ।

१०. जीवक नामक औषघ ।

११. पुत्र ।

१२. परमेश्वर ।

१३. गंगा ।

१४. क्षुद्र फल नाम का पौधा [को॰] ।