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यूनिकोड नाम | देवनागरी अक्षर क |
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देवनागरी | U+0905 |
उच्चारण
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
क हिंदी वर्णमाला का पहला व्यंजन वर्ण । इसका उच्चारण कंठ से होता है । इसे स्पर्श वर्ण भई कहते हैं । ख, ग, घ और ङ इसके सवर्ण हैं ।
क ^१ संज्ञा पु॰ [ सं॰]
१. ब्रह्मा ।
२. विष्णु ।
३. कामदेव ।
४. सूर्य ।
५. प्रकाश ।
६. प्राजापति ।
७. दक्ष ।
८. अग्नि ।
९. वायु ।
१०. राजा ।
११. यम ।
१२. आत्मा ।
१३. मन ।
१४. शरीर ।
१५. काल । समय ।
१६. धन ।
१७. मयूर ।
१८. शब्द ।
१९. ग्रंथि । गाँठ ।
२०. जल । उ॰— ति न नगर न नागरी, प्रतिपद हंस क हानि ।—केशव (शब्द॰) । यौ॰ — कज = कमल ।कद = बादल ।
२१. गरुड़ (को॰) । २२ आनंद । सुख (को॰) ।
२३. मस्तक (को॰) ।
२४. सुवर्ण (को॰) ।
२५. पक्षी (को॰) ।
२६. केश । बाल (को॰) ।
२७. केशगुच्छ (को॰) ।
२८. स्त्री का करण या क्रिया (को॰) ।
२९. दुग्ध । दूध (को॰) ।
३०. कृपणता । (को॰) ।
३१. विष (को॰) । भय (को॰) ।
क ^२ पु † वि॰ [ हिं॰]
१. का । उ॰— सुवा क बेल पवन होइ लागा ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ २७९ ।
२. को । उ॰— राम निकाई रावरी, है सबही को नीक । जो यह साची है सदा, तौ नीको तुलसीक ।—मानस, १ ।२९ ।
क ^३ अव्य॰ [फा॰ कि] की । या । अथवा । उ॰— कागल नहीं क मस नहीं, नहीं क लेखणहार ।— ढोला॰, दू॰ १४० ।