पशु अधिकार एक विचार है, जिसमें कुछ या सभी गैर-मानव जीव उनके अपने जीवन के अधिकार और उनके बुनियादी हितों के हकदार है। इसमें पीड़ा से बचना और अन्य समान हित, जो मानव के भी हैं आदि शामिल है।

इस अधिकार की आलोचना करने वालों का कहना है कि गैर-मानव जीव कभी भी सामाजिक जीवन में प्रवेश नहीं कर सकते, इस कारण उन्हें इस तरह के अधिकार नहीं मिलने चाहिए। रोजर स्क्रूटन का कहना है कि "सिर्फ इंसानों के पास ही कर्तव्य होता है, इस कारण अधिकार भी केवल इंसानों के पास ही होने चाहिए।" एक अन्य तर्क ये भी है कि जब तक पशुओं को किसी प्रकार का अनावश्यक पीड़ा न हो, तब तक उन्हें संसाधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

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