हिज्जे
अक्षर के इस्तेमाल से भाषा के लिखे के तरीका के नियमित करे वाला परंपरा भा कन्वेंशन सभ
हिज्जे,[1] इस्पेलिंग चाहे वर्तनी (अंग्रेजी: spelling; (हिंदी: वर्तनी)) लिखाई के चीन्हा (ग्राफेम) के इस्तेमाल से भाषा के लिखे के तरीका के नियमित करे वाला परंपरा होला।[2] दुसरे शब्दन में, अक्षर सभ के क्रम में ब्यवस्थित क के शब्द बनावे के हिज्जे कहल जाला।[3] शब्द के अक्षर सभ के साफ तरीका से बतावल - हिज्जे करल कहाला। हिंदी में 'वर्तनी' शब्द के चलन से पहिले, बिहार में 'विवरण' आ बंगाल में 'बनान' शब्द के हिज्जे के अरथ में चले के बतावल गइल बा हालाँकि 'विवरण' के ई अरथ हिंदी शब्दसागर में ना मिले ला।[4]
संदर्भ
संपादन करीं- ↑ Hog, Trebor (22 अप्रैल 2018). Bhojpuri English Lexicon (हिंदी में). Truth Limited. Retrieved 13 मार्च 2023.
- ↑ Coulmas, F. (1996), The Blackwell Encyclopedia of Writing Systems, Oxford:Blackwells
- ↑ "Definition of SPELLING". merriam-webster.com (अंग्रेजी में). Retrieved 13 मार्च 2023.
- ↑ भाटिया, कैलाशचंद्र; भाटिया, रचना (1 जनवरी 2009). हिंदी की मानक वर्तनी (हिंदी में). प्रभात प्रकाशन. ISBN 978-81-7315-206-1. Retrieved 13 मार्च 2023.
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